Romantic Shayari in hindi
अब हार पे मुस्कुराना भी आ जायेगा
तेरे प्यार में रहे तो खिलखिलाना भी आ जायेगा
मुश्किलों से भला हम क्यूँ डरें
तेरा साथ मिला है जब से
आँखों में नए नए सपने से हैं भरे
आसान हो गया है अब जीना
वो वक़्त पीछे छूटा
जब रखना होता था होठों को सीना
अब गुनगुनाने में दिल बहल जाता है
तुम पास हो ना हो
जिक्र तुम्हारा खुद ही से हो जाता है
तेरे आने की दस्तक सुनते ही
दिन कब कैसे
इंतज़ार में तुम्हारे
हाथों से फिसल सा जाता है
अब तो तुमसे मिलके ही
यह दिल सुकून को पाता है
कई दफा तनहा रातों में
तुम्हारी हसरत में
यह मन मचल भी जाता है
अब तो बहती हवाओं की धुन में भी
नाम तुम्हारा ही सुनने को
जी चाहता है
मेरी ख्वाहिसों को रंगीनियत का एहसास दिला रही
मेरे ख़्वाबों में तुम इस कदर छा रही
जन्नत की मन्नत अब हम क्यूँ करें
आशियाने में अपने तेरी जुल्फों में क्यूँ न डूबा करें
इतनी हसीन हो और कहती हैं तारीफ़ भी न क्या करें
ज़िन्दगी को गुलाबों से महका के
मुझे अपना बनाके
तेरे एहसान हम कैसे चुकाए
तेरा एहसास हम कैसे भुलाएं
जीवन की रफ़्तार
रुक -रुक कर रही इश्तिहार
तेरे कदमो पे करते हैं निसार
यह दुनिया यह जहां यह बहार
Love shayari
आप कि खातिर
आप कि कसम
कहने को हम जी रहे है
पर तुमसे मिलने कि
आस मे तड़प से रहे है
वक़्त वो पल भर मे गुजर जाता है
जिस पल मे तुम्हारा साथ घुल जाता है
और सुनो रानी तुम पास ना हो तो
लिखने मे भी आनन्द कहा आता है
तेरे चेहरे का नूर मेरी आँखों में
इस कदर बस चुका है
की पूनम का चाँद जैसे
मेरे जीवन में सज रहा है
होश कब कैसे बेकाबू हो रहे
हम तुम्हारी अदाओं के
कायल हो रहे
जब भी हम तुम्हारे
ख्यालों में खो जाते हैं
वक़्त बेवक़्त तेरी यादों
की उलझनों में बिखर से जाते हैं
इतिहास के पन्नो पे
मस्ती का माहौल था
पूरा दौर लिखा जा रहा था
इतिहास के पन्नो पे
एक गीत गुनगुना रहा था
मीत उसके सपनो का उसे
अपना बनाना चाह रहा था
एक सीधा साधा सा लड़का
घर को लौट रहा था
नज़रें तभी एक खिड़की पे जा रुकी और
आँखें उनसे कुछ यूँ टकराई
झील प्यार की दो दिलों ने बहायी
आस दो सतहों के मिलने की
उनके एक दूजे को समझने की
कहते कहते रुक जाने की
चाहत को छुपाने की
तड़पती रातों में खो जाने की
शायद………..
एक नए सवेरे की आहत थी
हाँ फिर से दो दिलों में
एक दूजे की चाहत थी
Love shayari in hindi for girlfriend 140 words
तुम्हारी हस्तियाँ
फिरंगी हैं तुम्हारी
अदाओ की मस्तियाँ
कल कल करती बहती
तुम्हारे नैनो की कश्तियाँ
कुछ और ही हैं
ये बस्तियां
तुम्हारा इश्क
तुम्हारी हस्तियाँ
हमारी महफ़िल में
जहां बसती थी खामोशियाँ
आज यहाँ भी बसती हैं
प्यार की गुस्ताखियाँ
आरज़ू बस इतनी की
नजाकत ऐसी की
मुस्कुराहत पे तुम्हारी
हो जाएँ हम निसार
इश्क में तेरे
हसरत ऐसी की
भूल जाएँ अपना हर अरमान
मोहब्बत में तुम्हारी
आरज़ू बस इतनी की
बन जाएँ एक बेहतर इंसान
Love shayari in hindi for girlfriend 140 words
तुमने एक पैगाम भेजा
नज़रो ही नज़रो में
सूरज की किरणों में
चांदनी में लिपटी
सलवटो में
इन्द्रधनुष की रंगीनियों में
तुमने एक पैगाम भेजा
सागर की लहरों से
बरखा की बूंदों से
मेरे हसीन लम्हों ने गुजारिश की
नाज़ुक तुम्हारी हथेलियों
में सजती लकीरों ने
एक ख्वाहिश की
तुमसे मिलने की चाहत में
बादल बन हमने तेरी
चौखट पे बारिश की
चाहत में फिर रहे थे
एक हाथ में कागज़
एक में कलम
ओर दिल में सनम
मन में उठ रही थी तरंग
और सांसों में उमंग
अब दूर नहीं वो गगन
जिसको पाने की थी
सुबह शाम अगन
नज़रों में उनकी
देख रहे थे हम
वो प्यार जिसकी
चाहत में फिर रहे थे
बरसो से हम
Love shayari in hindi
संभाला तुम्ही ने अपने आँचल में
मेरी हर हार के बाद
आयी तेरे होठों पे मुस्कान
मेरे सूखे प्याले में भर जाए
खुशियाँ कुछ ऐसे थे मेरे अरमान
हाँ में था नादान
मुझे इल्म ही न था
तू ही है मेरी सच्ची कदरदान
संभाला तुम्ही ने अपने आँचल में
बाँधा मेरी हर बूँद को बरसाती बादल में
इस दफा कुछ ऐसा बरसूँगा
हारू या जीतू मैं बस झूमूँगा
साया हूँ मैं
कलमा तेरे इशक में
लिखने की ख्वाहिश लिए
आनंद में हैं………..
मत पूछो की
हम तेरी चाहत में हैं
जाने कितने सपनो को
सपना बनाया
पर एक तू ही है
जिसे सपनो में भी अपना पाया
साया हूँ मैं
भूल बैठा हूँ अपनी काया
तेरी मेरी कहानियाँ
हसरतें आज भी खिलखिला रही हैं
तेरी याद में भीगी जा रही हैं
सिमत रही हैं दूरियां
खनक रही हैं चूड़ियाँ
बहती हवा में घुल रही थी
तुम्हारी बेचैनियाँ
जब दूर दूर रहती थी
हमारी तुम्हारी नजदीकियां
वहाँ आस्मां भी गुनगुना रहा
तेरी मेरी कहानियाँ
Gaur se dekho Jaanam
Him tumhaare hain
Sirf tumhaare
Teri Mohabbat ke maare hain
Teri Mohabbat ke maare
Hum tere ishq me doobe
Us asmaan ke taare hain sanam
Us asmaan ke taare
Meri zindagi ki uljhane
Sulajh gayi tere aane se
Meri soch badal gayi
Tujhe chahne se
Jarurat ho tum meri
Ise mazaak naa samajhna
Ishq ko mere tum khwaab naa samajhna
Kaagaz ki kashti ka naam to sun hi hoga tumhe
Meri kashti ki patwaar
Ab Tere hi haath hai
Chaho hame ya mohabbat me
Giraftaar karo
Kabhi to apni nazaro se
Hame ghayal kiya karo
Naraaz jab tum ho jaati ho
Zindagi me hamari salvatein chhod jaati ho
गौर से देखो जानम
हम तुम्हारे हैं
सिर्फ तुम्हारे
तेरी मोहब्बत के मारे हैं
तेरी मोहब्बत के मारे
हम तेरे इश्क़ में डूबे
उस आसमान के तारे हैं सनम
उस आसमान के तारे
मेरी ज़िन्दगी की उलझनें सुलझ गई तेरे आने से
मेरी सोच बदल गई
तुझे चाहने से
जरूरत हो तुम मेरी इसे
मज़ाक ना समझना
इश्क़ को मेरे तुम ख्वाब ना समझना
काग़ज़ की कश्ती का नाम तो सुना ही होगा तुमने
मेरी कश्ती की पतवार
अब तेरे ही हाथ में है
चाहो हमे या मोहब्बत में
गिरफ्तार करो
कभी तो अपनी नजरों से हमे घायल किया करो
नाराज़ जब तुम हो जाती हो
ज़िन्दगी में हमारी सलवटें छोड़ जाती हो
Mehboob ko mohabbat ka salaam
Likhate hai apni jaan ko ishq ka kalaam
Door na hona hamse
Dooriyaan seh naa paayenge
Hum tere bin jee na paayenge
Koi kya kehta hai
Farak nahi padta
Par tera saq
Hamein jeene nahi deta
Zindagi tere sang
Lehlahata khet hai
Akele hote hain jab
To lagta hai
Zindagi Hathon se
fishal rahi ret hai
Kuch naa kaho
Bas chup raho
Hum tumhe dekhe
Tum hamein
Aur zindagi khushgawar ho
मेहबूब को मोहब्बत का सलाम।
लिखते हैं अपनी जान की इश्क़ का कलाम
दूर ना होना हमसे
दूरियां सह ना पाएंगे
हम तेरे बिन जी ना पाएंगे
कोई क्या कहता है
फरक नहीं पड़ता
पर तेरा शक
हमें जीने नहीं देता
ज़िन्दगी तेरे संग
लहलहाते खेत है
अकेले होते हैं जब
तो लगता है
ज़िन्दगी हाथों से फिसल रही रेत है
कुछ ना कहो
बस चुप रहो
हम तुम्हे देखे
तुम हमे
और ज़िन्दगी खुशगवार हो
Rangon me tumhe
Is kadar nahalayenge
Ki ishq me apne tumhe
Aaj hum bhigayenge
Dekho jaraa Rani
Is taraf
Hum pichkaari
Liye baithe hain
Is taraf
Maine kasam li
Nahi honge juda hum
Teri nazar ka
Rakhna karam
O meri sanam
Tu hi hai meri jaanam
Mera Dharam
Bas tujhse hai raabta
Ae meri sanam
Tu hi to hai
Mera karam
Zindagi ki talaash me
Nikale the
Mile tumse aur
Sapne naye naye
Dekhe the
Goonj uthegi sehnaayi
Jab jab Tere mere
milne ki root aayi
Mere khatalon ki rani
Tu mere saamne hai
Phir bhi bhi
Chup hoon
Chup hoon Kyunki
mann me Darr hai
tujhse bichhad jaane ka
Tujhe kho dene ka
Soch kar bhi rooh
Kaano jaati hai
Tere bina khud ki tasveer
Kabhi naa dekhu
Bas yehi dua
Din raat ram ram
Ka naam japwati hai
Sri Krishna ki aseem kripa rahe
Hamare parivaar pe
Zindagi chalti rahe
Bina kisi shikve gila ke
Mazboori hai tumhe chahna
Tere bina khud ko adhura jo pata hoon
Manzil tu hi to thi meri
Ab bas tere sang
Sukoon ke do pal gujarna chahata hoon
Sapne ab utane haseen nahi Kyunki din raat
Tujhe apni aankhon
Ke saamne jo pata hoon
Tu Taqdeer hai meri
Main bas tujhse
Mohabbat karna chahta hoon
Tere ishq me
Tere khayaalon me
Apni tanhayiyaan
Lutana chahta hoon
Har haal me tera hoke rehunga
Main tere pyaar me khud ko khoke rahunga
Aitbaar kar mera
Dhokha dena meri fitrat me nahi
Pyar karta hoon tumse
Koi sauda nahi
Aaj meri sanam
Baahon me bharloon tumhe
Karein sair ya asmaan ki
Teri gori gori baahon me
Teri madhosh karti nigaahon me
In kaatil adaao me
मेरे खयालों की रानी
तू मेरे सामने है
फिर भी चुप हूं
चुप हूं क्यूंकि
मनन में डर है
तुझसे बिछड़ जाने का
तुझे खो देने का
सोच कर भी रूह कांप जाती है
तेरे बिना खुद की तस्वीर कभी ना देखू
बस यही दुआ दिन रात राम राम जा नाम japwati है
श्री कृष्ण की असीम कृपा रहे
हमारे परिवार पे
ज़िन्दगी चलती रहे
बिना किसी शिकवे गिला के
मज़बूरी है तुम्हे चाहना
तेरे बिना खुद को अधूरा
जो पाता हूं
मंज़िल तू ही तो थी मेरी
अब बस तेरे संग
सुकून के दो पल गुजारना
चाहता हूं
सपने अब उतने हसीन नहीं
क्यूंकि दिन रात
तुझे अपनी आंखों
के सामने जो पाता हूं
तू तकदीर है मेरी
मैं बस तुझसे
मोहब्बत करना चाहता हूं
तेरे इश्क़ में
तेरे खयालों म
अपनी तन्हाईयां
लुटाना चाहता हूं
हर हाल म तेरा होके रहूंगा
मैं तेरे प्यार में खुद को खोक रहूंगा
ऐतबार कर मेरा
धोखा देना मेरी फितरत में नहीं
प्यार करता हूं तुमसे कोई सौदा नहीं
आजा मेरी सनम
बाहों में बाहों म भरलूं तुम्हे
करलून सैर आसमान की
तेरी गौरी गौरी बाहों में
तेरी मधिश करती निग़ाहों में
इन कातिल अदाओं में
मैंने कसम ली
नहीं होंगे ज़ुदा हम
तेरी नजर का रखना करम
ए मेरी सनम
तू ही है मेरी जानम
मेरा धरम
बस तुझसे है राबता
ए मेरी सनम
तू ही तो है
मेरा करम
ज़िन्दगी की तलाश में
निकले थे
मिले तुमसे और
सपने नए नए
देखे थे
गूंज उठेगी शहनाई
जब जब तेरे मेरे
मिलने की रुत आयी